पेड़ हूँ मैं... पेड़ हूँ मैं... पेड़ हूँ मैं...
मत रौंदों मुझे , मत काटो मुझे
पेड़ हूँ मैं... पेड़ हूँ मैं... पेड़ हूँ मैं...

दोस्तों पर्यावरण बचाओ सरकार चिल्ला रही है कोशिश सब कर रहे है किंतु पेड़ों पे ध्यान किसी का नही है और है भी तो केवल शोदार वृक्षो का चलन हो गया है देखना यह है कि हमने क्या काटा व क्या लगाया है,



काटा बरगद, नीम, पीपल, गूलर, शेमल, आम, जामुन ईमली आदि और उसकी जगह
लगाया
गोल्डमोहर |
![]() |
यूकेलिप्टस |
अतः बैलेंस बनाओ वर्ना और सभी को अभी से जागना होगा । नही तो जीते जी पश्चाताप करगे व कुछ नही।
निवेदक :
संदीप कुमार मौर्य
अध्यक्ष
आकसीरिच ईन्वायरमेन्ट वेलफेयर फाऊडेशन
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